Dosti (Friendship)

दोस्ती 

अपनी लड़ाइयों से बातें  शुरू  होना और 
बात लड़ाई पर ही ख़तम होना | 
एक दूसरे को irritate करना,
पर एक दूसरे को समझना। 
वैसे तो अपनी पहली  मुलाक़ात भी लड़ाई से शुरू हुई थी। 

मुझे सच में कभी ऐसा इंसान नहीं मिला था  
मेरी जिंदगी में जिसने मुझे मनाया हो|  
जिसने मेरी irritating  हरकतों पे भी साथ नहीं छोड़ा हो 
तुझे याद हैं क्या .. 
conference हॉल में एक दूसरे पे गुस्से में पानी डालना,
मेरा तेरे पीछे चप्पल लेके भागना .. 
मेरा यूह हर बात पे मुँह फुला लेना 
और तेरा मुझे हसाना | 
तेरा मुझे मेरी जिद पे बोहोत सारे कलरफुल balloons लाना ,
मेरे लिए मेरे  पसंद का लॉकेट लाना,
जब गोलगप्पे खाने जाते थे तो ,
स्कूटी मेरा जिद्द करके चलाना  . 

मुझे चोट लगी थी और मैंने बस जिद कर ली थी,
की हॉस्पिटल नहीं जाना तो नहीं जाना। 
मेरी ६ साल की बेस्ट फ्रेंड भी हार मानली थी। 
पर तू मुझे कैसे डाट लगाके हॉस्पिटल लेके गया था। 
 सबसे गन्दा लगा करता था तू मुझे, 
और आज मेरा सबसे अच्छा दोस्त भी तू ही हैं | 
तुझे पता हैं जिस वक़्त मैं ज़िन्दगी से नफरत करने लगी थी ,
तूने एक नयी उम्मीद दी थी जीने की,
समझाया था मुझे जिंदगी का मतलब ,
खुश रहने के तेरे 100 उपाये। 

exams के वक़्त ३-४ घंटे कॉल पर पढ़ना, 
जिसमे से १-२ घंटे तो बकवास और लड़ाई में निकाल देना।
तुझे कॉलेज जल्दी बुलाना और तेरा रोज लेट होजाना ,
और मुझसे और मेरी बेस्टी  से गालियां  खाना।  
मुझे तो अभी भी हसी आ रही हैं ,
अपनी पुरानी बाते याद करके।  

कभी  सोचा नहीं था की कभी एक लड़का भी 
मेरा बेस्ट फ्रेंड बन सकता हैं। 
"अबे कहा मर गया" से बातें शुरू होना और 
"चल दिमाग मत खा " पे बाते खतम होना। 
वैसे तो रोज बातें नहीं होती अपनी 
लेकिन जब भी मैं कोई नया काण्ड करती हूँ ,
बस मेरे फोन से सबसे पहला कॉल बस तुझे ही जाता हैं | 

कभी कभी तो अपनी इस हद तक लड़ाई हो जाती हैं ,
की लगता हैं अब वापिस कभी बात ही नहीं होगी 
पर 10 मिनट में ही वापिस सब सही हो जाता हैं। 
तेरा मुझे गालियां सीखाना ,
फिर मुझसे ही कभी कबार गालियां  खाना। 
कभी तेरा मुझे मनाना ,
कभी कभी मेरे गुस्से से बचने के लिए 
मुझे ही  कुछ देर के लिए ब्लॉक कर देना 
और फिर अनब्लॉक करके गुस्से का हाल पूछना। 
कितनी कोशिशे तूने की मुझे मनाने की रूठने पर...
 मुझे हसाने  की रोने पर ,
मुझे लड़को से तेरा बचाना,
तेरा लड़कियों पे लाइन मारना।

तूने तो हमेशा ही मेरी भलाई चाही ,
हर बार समझाया की क्या सही हैं।  
क्या गलत हैं ,
पर मैंने कभी तेरी बात नहीं मानी 
और फिर धोखा खाने पे तेरे पास आना ,
और फिर भी तेरा मुझे सपोर्ट करना। 
मेरे उदास चेहरे को मिंटो में हसाना।

सच में तुझे देखके ये गाना याद आता हैं। 
"तेरे जैसा यार कहां, कहाँ  ऐसा याराना " . 













Comments

Post a Comment

please let me know how did you like it!
You can also give reactions to my post.

Popular posts from this blog

Tumhe yaad h kya | Missing someone poems | missing you poem | Best sad heart touching poems | yaad

Bas Sukoon Chahti Hu M.

I am broken, Only you can understand my pain