Something between us (Poem)
क्यों मुझसे इतना प्यार करता हैं तू
मेरा इतना ज्यादा ख्याल रखता हैं
मेरी हर नादानी को हस्के माफ़ कर देता हैं तू
ना जाने कितनी बार गलतियां की मैंने,
कितनी दफा तो तुझे रुलाया हैं मैंने ,
जाने कितनी बार मैंने ही मुसीबते खड़ी की तेरे लिए,
फिर क्यों हर मुसीबत में मेरे साथ खड़ा रहा तू ,
मुझसे लड़ने की बजाए बाकियों से लड़ा हैं तू।
खुद रोके हमेशा हसाया हैं मुझे।
बिना बोले मेरी हर बात समझ कसे जाता हैं तू ?
क्यों मुझसे इतना प्यार करता हैं तू ?
वादा किये बिना ही हर वादा निभा रहा हैं तू।
कहा था तूने एक दफा मुझसे की ,
गुस्सा मुझपे अपना हरदम निकाल देना ,
बस मुझसे कभी दूर मत जाना।
हर बार कैसे मेरा गुस्सा चुपचाप सह जाता हैं तू ,
क्यों हर बार मेरी गालिया सुन लेता हैं तू।
कितना झल्ला सा हैं तू।
जैसी भी हूँ मैं तो बस तेरी हूँ ,
बस यही सुनके हमेशा इतना ज्यादा खुश हो जाता हैं तू।
क्यों मुझसे इतना प्यार करता हैं तू ?
मेरे इतने नजरअंदाज करने के बाद भी,
मैं पहली priority क्यों हूँ तेरे लिए,
तू भी छोड़ के चला जाता तो ,
हैरानी ना होती मुझे ,
तू मेरे साथ खड़ा हैं आज भी ,
हैरानी हो रही हैं अब मुझे।
सोचती हूँ लोगो ने ठुकराया हैं ,
मुझे गलतिया मेरी गिना कर।
मैं जैसी भी हूँ,
तूने अपनाया हैं मुझे अपना समझ कर।
1000 बार गलती करती हूँ ,
तो 1000 बार समझाता हैं मुझे,
थक नहीं जाता क्या तू,
क्यों मुझसे इतना प्यार करता हैं तू ?
मेरा इतना ज्यादा ख्याल रखता हैं
मेरी हर नादानी को हस्के माफ़ कर देता हैं तू
ना जाने कितनी बार गलतियां की मैंने,
कितनी दफा तो तुझे रुलाया हैं मैंने ,
जाने कितनी बार मैंने ही मुसीबते खड़ी की तेरे लिए,
फिर क्यों हर मुसीबत में मेरे साथ खड़ा रहा तू ,
मुझसे लड़ने की बजाए बाकियों से लड़ा हैं तू।
खुद रोके हमेशा हसाया हैं मुझे।
बिना बोले मेरी हर बात समझ कसे जाता हैं तू ?
क्यों मुझसे इतना प्यार करता हैं तू ?
वादा किये बिना ही हर वादा निभा रहा हैं तू।
कहा था तूने एक दफा मुझसे की ,
गुस्सा मुझपे अपना हरदम निकाल देना ,
बस मुझसे कभी दूर मत जाना।
हर बार कैसे मेरा गुस्सा चुपचाप सह जाता हैं तू ,
क्यों हर बार मेरी गालिया सुन लेता हैं तू।
कितना झल्ला सा हैं तू।
जैसी भी हूँ मैं तो बस तेरी हूँ ,
बस यही सुनके हमेशा इतना ज्यादा खुश हो जाता हैं तू।
क्यों मुझसे इतना प्यार करता हैं तू ?
मेरे इतने नजरअंदाज करने के बाद भी,
मैं पहली priority क्यों हूँ तेरे लिए,
तू भी छोड़ के चला जाता तो ,
हैरानी ना होती मुझे ,
तू मेरे साथ खड़ा हैं आज भी ,
हैरानी हो रही हैं अब मुझे।
सोचती हूँ लोगो ने ठुकराया हैं ,
मुझे गलतिया मेरी गिना कर।
मैं जैसी भी हूँ,
तूने अपनाया हैं मुझे अपना समझ कर।
1000 बार गलती करती हूँ ,
तो 1000 बार समझाता हैं मुझे,
थक नहीं जाता क्या तू,
क्यों मुझसे इतना प्यार करता हैं तू ?
👍
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